यह सेंचुरी शिकारी देवी मंदिर के पास स्थित है जिसे 1962 में वन्यजीव अभयारण्य का दर्जा दिया गया था। यहां कई प्रकार के जानवर और पशु-पक्षी पाएं जाते है जैसे- उड़न गिलहरी, मस्क हिरण, लंगुर आदि। इसके अलावा यहां कई प्रकार के वृक्ष भी पाएं जाते है जो वातावरण को खुबसूरत बनाएं रखते है।