आज के दौर में चौसीब खंभा मंदिर को वास्तुकला आश्चर्य के रूप में जाना जाता है जिसका निर्माण 9 वीं या 10 वीं ई. में किया गया था। जैसा कि हम सभी जानते है कि समाज में मंदिरों और धार्मिक स्थलों ने खास जगह बना रखी है और चौबीस खंभा मंदिर भी इसका अपवाद नहीं है।
निर्माण के समय इस तरह की प्रभावशाली संरचना से सभी विस्मित थे। इस मंदिर का प्रवेश द्वार काफी भव्य है, यहां तक कि यह मंदिर से भी विशाल है। मंदिर के प्रवेश द्वार पर दोनों तरफ एक - एक गार्ड की मूर्ति लगी हुई है जो इसे समृद्ध बनाती है। मंदिर में यहां की ईष्ट और अभिभावक देवी महालाया और महामाया की भव्य मूर्ति स्थापित है।
मंदिर की सीढि़यों पर देवी का नाम खुदा हुआ है। मंदिर के परिसर में और प्रवेश द्वार पर पहले समृद्धि और भव्यता स्पष्ट झलकती थी, हरियाली भरा वातावरण भी था। लेकिन वर्तमान में समय और प्रकृति के प्रकोपों के कारण आज यहां यह सब खोया - खोया लगता है।