17 वी सदी में बना भगवन रामचंद्र मंदिर का निर्माण राजा जगत सिंह ने किया था। यह हिमाचल के मणिकरण का प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। पौराणिक कथा अनुसार भगवन विष्णु के अपने सातवे अवतार में अयोध्या के राजा, राजा रामचंद्र के रूप में जन्म लिया और अपनी शक्ति से मंदिर को अयोध्या से मणिकरण में स्थानांतरित किया।
मंदिर का इतिहस, पत्थर से बनी दीवारों पर लिखा गया है जो कि अब अस्पष्ट है। 1889 में महाराजा दिलीप सिंह ने इस मंदिर का नवीनीकरण किया। अब यह मंदिर किसी संस्था के अंतर्गत है। इस मंदिर में तीन विशाल कक्षा और 40 कमरे यात्रियों के लिए आरक्षित है।