कसौली – औपनिवेशिक आकर्षण का एक हिल स्टेशन
कसौली हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में स्थित एक लोकप्रिय हिल स्टेशन है। समुद्र सतह से लगभग 1800 मीटर की ऊँचाई पर स्थित इस स्थान का वर्णन भारतीय महाकाव्य रामायण में किया गया है।......
भुंतर – शांत व्यापारिक क्षेत्र
भुंतर हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में स्थित है। समुद्र सतह से लगभग 2050 मीटर की ऊँचाई पर स्थित भुंतर राज्य के प्रमुख गंतव्यों में से एक है। इसके अलावा इसे कुल्लू घाटी के प्रवेश......
सोलन – भारत का मशरूम शहर
हिमाचल प्रदेश में स्थित सोलन जिला एक सुंदर स्थान है और इसे भारत के मशरूम शहर के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर मशरूम की खेती होती है। समुद्र सतह से......
शोजा – आराम और आलस
शोजा हिमाचल प्रदेश की सेराज घाटी में स्थित एक सुंदर स्थान है। जालोरी पास से लगभग 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित शोजा समुद्र सतह से 2368 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। यहाँ से बर्फ से......
परवाणु - सौंदर्य और उद्योग की नगरी
परवाणु, हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में स्थित एक सुरम्य पहाड़ी स्टेशन है । इस जगह कई पहाडि़यां और बगीचे है जो पर्यटक को आकर्षित करते हैं। परवाणु को बार्डर टाउन के नाम......
लाहौल - जादुई टीले की भूमि
लाहौल, हिमाचल प्रदेश राज्य में भारत-तिब्बत सीमा पर स्थित जगह है। लाहौल और स्पीति पहले दो जिले थे, जिन्हे बाद में 1960 में एकीकृत कर दिया गया था। यहां के मूल......
मनाली - एक रोमेंटिक स्थल
मनाली, हिमाचल प्रदेश राज्य में समुद्र स्तर से 1950 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यह पर्यटकों की पहली पसंद है और ऐसा हिल स्टेशन है जहां पर्यटक सबसे ज्यादा आते......
नग्गर - एक निर्मल स्थल
नग्गर हिमाचल प्रदेश में कुल्लू घाटी का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। नग्गर एक प्राचीन और ऐतिहासिक शहर है जिसका विशेष रूप से उत्तर पश्चिम घाटी वाला हिस्सा बेहद खुबसूरत है। यह......
रायसन - एडवेंचरर हाइव
रायसन, कुल्लू से 16 किमी. दूर स्थित है जो समुद्र स्तर से 1433 मीटर की ऊंचाई पर व्यास नदी के किनारे पर बसा हुआ है। यह एक छोटा सा गांव है जो व्हाइट वॉटर रिवर......
कुल्लू – हिमालय का करामाती स्वर्ग
कुल्लू, 'देवताओं की घाटी', हिमाचल प्रदेश के राज्य में एक खूबसूरत जिला है। घाटी का यह नाम इसलिये पड़ा क्योंकि यह विश्वास है कि एक समय कई हिंदू देवी, देवताओं और दिव्य आत्माओं के......
पौंटा साहिब - दो नदियों का संगम स्थल
पौंटा साहिब, यमुना नदी के तट पर स्थित, पर्यटकों का उचित हिस्सा अपनी ओर आकर्षित करता है। इस ऐतिहासिक शहर सिखों के 10वें गुरु, गुरु गोबिंद सिंह, द्वारा स्थापित किया गया था, जो......
केलांग - अनंत शांति से भरा स्थान
समुंदरी तट से 3350 मीटर की ऊंचाई पर स्थित, हिमालय का यह ख़ूबसूरत शहर केलांग "मठों की भूमि" के नाम से प्रसिद्ध है। यहाँ कई पर्यटक स्थल है और यह लाहौल और स्पीति जिलों का मुख्यालय......
प्रागपुर - गांव की एक सैर
प्रागपुर,हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में स्थित है जो समुद्र स्तर से 1800 फीट की ऊंचाई पर है। यह गांव हिमाचल का मुख्य पर्यटन स्थल है। हिमाचल सरकार ने इस गांव को......
पालमपुर – उत्तर पश्चिम स्थित चाय की राजधानी
काँगड़ा घाटी में स्थित पहाड़ी शहर पालमपुर अपने शानदार परिदृश्य और शांत वातावरण के लिये जाना जाता है। चीड़ और देवदार के घने जंगल और स्वच्छ पानी की धाराएँ यहाँ के आकर्षण को बढ़ाती......
ऊना - एक सौम्य स्थल
ऊना एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है जो हिमाचल प्रदेश में स्वान नदी के तट पर स्थित है। ऊना का जिला मुख्यालय, पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है। स्थानीय लोगों के......
नाहन - शिवालिक हिल्स का रत्न
नाहन रसीले हरे जंगलों और बर्फ से ढकी पर्वत श्रृंखला से घिरा हुआ एक शानदार शहर है। यह हिमाचल प्रदेश में शिवालिक पहाड़ियों पर बसा है। नाहन राजा करन प्रकाश द्वारा 1621 में स्थापित......
कल्पा – सेब का कटोरा
कल्पा हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में स्थित एक छोटा सा गांव है। समुद्र तल से 2758 मीटर की ऊंचाई पर बसा, कल्पा पहले किन्नौर क्षेत्र का मुख्यालय था। हालांकि, बाद में......
रोहरू - जंगल की पहाड़ियाँ
रोहरू समुद्र स्तर से 1525 मीटर की ऊंचाई पर, पब्बर नदी के तट पर स्थित है। हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले में स्थित एक नगरपालिका, रोहरू अपने सेब खेतों के लिए लोकप्रिय है। सुर्ख लाल......
मंडी - हिल्स की वाराणसी
मंडी को हिल्स की वाराणसी के नाम से जाना जाता है। यह जगह हिमाचल प्रदेश में व्यास नदी के तट पर स्थित है। इस ऐतिहासिक शहर को पहले मांडव नगर के नाम से जाना जाता था जो महान......
मशोबरा – पहाड़ों में प्रेसिडेंशियल रिट्रीट
मशोबरा शिमला जिले में स्थित एक लोकप्रिय पर्यटक स्थल है। पहाड़ियों में एक सुंदर शहर के रूप में, यह जगह अपने सम्मोहित करने वाले दृश्यों और ठंडी जलवायु के लिए आगंतुकों......
नादौन - जहां मिलता है सुकून
नादौन एक प्रसिद्ध पर्यटन गंतव्य है, जो हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले में बीस नदी के किनारे पर स्थित है। समुद्र स्तर से ऊपर 508 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह जगह आसपास के सुंदर दृश्य......
डलहौजी - कालातीत आकर्षण
डलहौजी, हिमाचल प्रदेश में स्थित धौलधार रेंज में बना एक टूरिस्ट प्वांइट है। डलहौजी को सन् 1854 में एक ब्रिटिश गर्वनर लार्ड डलहौजी ने स्थापित किया था ताकि वह......
कांगड़ा - एक पवित्र शहर
कांगड़ा हिमाचल प्रदेश में मांझी और बेनेर धाराओं मिलन स्थान पर स्थित एक पर्यटक स्थल है। धौलाधार रेंज और शिवालिक रेंज के बीच कांगड़ा घाटी में बसे इस शहर से बाणगंगा धारा दिखाई......
नालदेहरा - गोल्फर का केन्द्र
नालदेहरा हिमाचल प्रदेश राज्य में स्थित, समुद्र स्तर से 2044 मीटर की ऊंचाई पर, एक सुरम्य पहाड़ी शहर है। शहर का नाम दो शब्दों 'नाग' और 'डेहरा' से मिलकर बना है, जिसका मतलब है......
नारकंडा – स्कीयर का स्वर्ग
नारकंडा हिमाचल प्रदेश के राज्य में एक सुंदर पर्यटन स्थल है। यह बर्फ से ढके शक्तिशाली हिमालय पर्वत श्रृंखला और इसकी तलहटी पर हरे जंगलों का एक शानदार दृश्य प्रदान करता है।......
स्पीति - लामाओं का भूमि
स्पीति हिमाचल प्रदेश के उत्तर-पूर्वी भाग में एक दूरस्थ हिमालय की घाटी है। स्पीति का मतलब है 'बीच की जगह', इस नाम का कारण तिब्बत और भारत के बीच इसका अपना स्थान है। यह जगह बहुत ही......
सांगला - एक करामाती घाटी
सांगला हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में स्थित एक सुरम्य पहाड़ी शहर है। बासपा की घाटी में स्थित यह जगह तिब्बती सीमा से निकट स्थित है। शहर का नाम पास के एक उसी नाम के गांव के नाम......
सराहन -भीमाकली का धाम
सराहन, सतलुज घाटी में स्थित एक सुंदर जगह, हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले का एक प्रमुख पर्यटक गंतव्य है। यह जगह आगंतुकों को सबसे अच्छे रूप में अपने प्रकृति की खोज का अवसर प्रदान......
सलोगरा – ट्रेकिंग करने वालों के लिये स्वर्ग
हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले में सोलन से 5.3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित सलोगरा पर्यटन का एक प्रमुख आकर्षण है। इस स्थान के निकट कई सुरम्य गाँव जैसे तोप- कि- बेरह, मही, बसल और मशिवर......
शोघी - खूबसूरत छोटा शहर
शोघी , हिमाचल प्रदेश राज्य में 5700 फीट की ऊंचाई पर स्थित एक छोटा सा शहर है। यह शिमला से 13 किमी. दूर स्थित है। शोघी एक हिल स्टेशन है जो चारों तरफ से सुंदर- सुंदर ओक......
कुफरी - शिमला की बर्फीली टोपी
कुफरी, 2743 मीटर की ऊंचाई पर स्थित, शिमला से लगभग 13 किमी की दूरी पर एक छोटा सा शहर है। इस जगह का नाम 'कुफ्र' शब्द से पड़ा है, जिसका स्थानीय भाषा में मतलब है 'झील'। इस जगह के......
कोटखाई - शिष्यों के निर्वाण के लिए
कोटखाई एक छोटा सा शहर है, जो हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले में 1800 मीटर की ऊंचाई पर स्तित है। जगह का यह नाम एक खाई पर स्थित राजा के महल से पड़ा। 'कोट' का शाब्दिक अर्थ है महल और......