भीखी, मानसा में एक नगर पंचायत (शहर की नगर पालिका) है। यहाँ प्रसिद्ध गुरुद्वारा श्री पटशाही नौवीं साहिब है यह गुरू तेग बहादुर साहिब जी की स्मृति में बनाया गया था जिन्होंने यहाँ का दौरा किया था। कई सिख और हिंदु इस गुरुद्वारे में श्रद्धांजलि देने के लिए...
सरदूलगढ़ मानसा से 37 किमी की दूरी पर स्थित है। इसे रोरी धूदल के नाम से जाना जाता था और तब यह पटियाला रियासत का एक हिस्सा था। यह पटियाला के राजकुमार सरदूल सिंह की पसंदीदा शिकार का क्षेत्र था। इस शहर का मुख्य आकर्षण सरदूलगढ़ का किला है जो काफी...
बरेटा शुरू में अग्रेवाल और राजपूतों के द्वारा स्थापित किया गया एक गांव था। यहाँ चौधरी आशाराम धर्मशाला स्थापित है जो कि आशाराम चौधरी का पूर्व निवास स्थान है। उन्होंने ‘जनता दुःख दमन फोर्मेसी’ की स्थापना की थी। इस शांत और खुशनुमा शहर की...
बुधलाड़ा, मानसा शहर से 25 किमी की दूरी पर, भटिंडा – दिल्ली रेलवे लाइन पर स्थित है। दो खत्री भाइयों, बुद्धा और लाड़ा के नाम पर इसका नाम बुधलाड़ा रखा गया था। अंग्रेजो के द्वारा कब्जे में लिए जाने से पहले यह कैथल राज्य का एक हिस्सा था। एक...