मंत्रालयम का श्री गुरु राघवेन्द्र स्वामी मंदिर इस क्षेत्र के प्रमुख पर्यटक आकर्षणों में से एक है। गुरु को भक्त प्रह्लाद, भगवान विष्णु के परम भक्त, का अवतार माना जाता है। भगवान विष्णु भगवान नें नरसिंह का रूप धारण करके प्रहलाद के राक्षस पिता को मारकर पिता के क्रूर...
बिक्षालय, मंत्रालयम से लगभग 20 किमी दूर स्थित है और स्थानीय भाषा में बिचाली के नाम से भी जाना जाता है। यह स्थान एक ऐसे स्थान के रूप में जाना जाता है, जहां श्री अप्पनाचार्य ने अपना अधिकांश जीवन व्यतीत किया। श्री अप्पनाचार्य, गुरू राघवेन्द्र के पक्के भक्त होने के...
पंचमुखी अन्जानेय मंदिर मंत्रालयम शहर से लगभग 5 किमी की दूरी पर स्थित है। मंदिर के अधिष्ठात्री देवता की मूर्ति भगवान अन्जानेय या भगवान हनुमान की है। यहाँ स्थित मूर्ति में पांच सिर है, प्रत्येक एक अलग देवता अर्थात् भगवान गरूड़, भगवान नरसिंह, प्रभु हयाग्रीव, भगवान...