पापीकोंदालु या पापी हिल्स, आंध्र प्रदेया में बेहद सुंदर स्थल है जिसे कश्मीर की सुंदरता के बराबर माना जाता है। पापीकोंदालु, मेडक शहर के काफी समीप स्थित है और यह खम्मम, पूर्व गोदावरी और पश्चिम गोदावरी जिले का हिस्सा भी है। यहां की पर्वत श्रृंखलाओं को मूल रूप से पापीदी कोन्दालु के नाम से जाना जाता है जिसका तेलूगू में अर्थ होता है विभाजित करना।
इस श्रृंखला का नाम ऐसा इसलिए रखा गया, क्योंकि यह गोदावरी नदी को विभाजित कर देती है। कुछ लोगों का मानना है इस पहाडी़ को ऊपर से देखने पर ऐसा प्रतीत होता है जैसे - किसी महिला ने अपने बालों में मांग कर ली हो। यह पहाड़ी, यहां स्थित खूबसूरत झरनों के कारण काफी प्रसिद्ध है जिसे मुनीवातम के नाम से जाना जाता है।
यह एक आदिवासी बेल्ट है जहां सुंदर और शांत वातावरण है। कई पर्यटक यहां तक सिर्फ झरने को देखने आते है। यहां का आदिवासी समूह बहुत शांत है और पर्यटकों को किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचाते है। पापीकोंदालु तक पहुंचने के लिए भद्राचलम या राजमुंदरी के माध्यम से नाव के द्वारा पहुंचा जा सकता है। यह सबसे रोचक रास्ता है।
पापीकोंदालु में कई प्रकार के पशु और वनस्पियां है। यहां एक वन्यजीव अभयारण्य भी स्थित है जहां कई प्रकार के पक्षी और जन्तु देखने को मिलते है जैसे - चीता, पैंथर, रिण, हाइना आदि।