चांगलांग जिले में, अरुणाचल-प्रदेश के दक्षिणपूर्वी भाग में, जैरमपुर नामक कस्बा है। यह शहर चांगलांग जिले का एडीसी मुख्यालय है। भारत और म्यांमार सीमा और नमचिक बेसिन के साथ स्थित, जैरमपुर में सदाबहार उष्णकटिबंधीय वर्षा वन विस्तृत रूप से फैले हुए हैं। इस पहाड़ी कस्बे में पर्यटक प्राकृतिक की वास्तविक सुंदरता का आनंद ले सकते हैं, जैसे वे हूलॉक गिबन्स की आवाज पर जाग सकते हैं चारों ओर फ़ैली हरियाली से अपनी आंखों को आनंद दे सकते हैं।
जैरमपुर शहर प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध है और इस छोटे से शहर के लोग बहुत सत्कारशील हैं। शहर का वातावरण सुकून भरा और ठहरने लायक है यहाँ पर्यटक कुछ समय के लिए रुक कर तनाव मुक्त हो सकते हैं। 2001 की जनगणना के अनुसार जैरमपुर की जनसंख्या 5918 है और साक्षरता दर 71% है जो राष्ट्रीय औसत 59.5% से अधिक है।
जैरमपुर में तांग्सा जनजाति प्रमुख रूप से पाई जाती है, जिसमें कई किस्म की उप जनजातियाँ हैं। ये आदिवासी परिश्रमी और गर्म स्वभाव के होते हैं। जैरमपुर में तांग्सा से सम्बंधित ज्यादातर लोग वर्षो पहले बौद्ध धर्म और ईसाई धर्म अपना कर परिवर्तित हो गए और उनका मुख्य पेशा कृषि है।