मुठाठी, कर्नाटक के मंड्या जि़ले में एक गाँव है जो बंगलोर से 90 कि.मी. की दूरी पर है। एक किंवदंती इस स्थान को भारतीय महापुराण रामायण से जोड़ती है। यहाँ एक प्रसिद्ध हनुमान मंदिर है जिसे हनुमंथार्या मंदिर कहते हैं। मुठाठी एक सुंदर व छोटा सा गाँव है जहाँ चट्टानों के बीच से कावेरी नदी बहती है। पहाडि़यों व घने जंगलों से घिरा यह स्थान प्रकृति प्रेमियों के लिए किसी स्वप्न के सच होने जैसा है। घूमने के स्थान - आस पास के पर्यटक स्थल
आप यहाँ हरिगोल (एक प्रकार की नाव) की सवारी कर सकते हैं चूँकि यह कावेरी नदी पर बेहद प्रसिद्ध है। मुठाठी, कावेरी वन्यजीव अभयारण्य के निकट स्थित है तथा पहाड़ों, घाटियों व जलधाराओं के बीच बसे यहाँ के वन विविध प्रकार के वन्यजीवों के लिए निवास स्थान है। सांभर, चीतल, जंगली बैल, विषाल गिलहरी, चीता, तेंदुआ, भालू व जंगली कुत्तें इन जंगलों में काफी हैं।
भीमेष्वरी के निकट स्थित मुठाठी में ट्रैकिंग के लिए काफी स्थान है। वास्तव में, बहुत तेजी से यह एक पसंदीदा ट्रैकिंग स्थल बनता जा रहा है। वनों के बीच से गुज़रने वाले इन ट्रैकिंग स्थलों पर जाने के लिए आपको वन विभाग से इजाज़त लेनी होगी। मुठाठी के निकट समुद्रतल से लगभग 1125 मी. ऊपर सोलीगेर पहाडि़यों से आसपास के क्षेत्र का नज़ारा देखा जा सकता है।
कुछ ऐसे ट्रैकिंग स्थल भी हैं जो आपको अभयारण्य से होते हुए भीमेष्वरी तथा संगम जैसे स्थानों पर ले जाते हैं। मुठाठी एक बेहद सुंदर गाँव है, जो अपने मनोरम दृष्यों, नदियों व ट्रैकिंग गतिविधियों के चलते बंगलोर के निवासियों के लिए तेजी से उभरता एक पिकनिक स्थल है।