चट्टा राय बाल मुकुंद दास एक बड़ा महल है जिसका निर्माण राय बाल मुकुंद दास ने करवाया था जो मुग़ल बादशाह शाहजहाँ के शासनकाल में दीवान (प्रधानमंत्री) थे। पांच मंजिलों पर बने हुए इस मंदिर में कई कक्ष, हॉल और गुंबद हैं। आंतरिक कक्ष और दीवान – ए – ख़ास की फर्श तथा स्तंभ संगमरमर के हैं।
इस महल में कई फुहारे और झरने हैं जो गर्मियों यहाँ ठंडक लाते हैं। जलाशयों में पानी भरने के लिए पर्शियन व्हील का उपयोग किया जाता है जहाँ से पानी तीव्र गति से नीचे भेजा जाता है। हालाँकि ये फुहारे अब चलते नहीं हैं। इस महल में भूमिगत कक्ष हैं जो इस प्रकार बने हैं कि प्रकाश तीन परतों तक पहुँचता है। इसमें टनल भी हैं जो सीधे दिल्ली, जयपुर और महेंद्रगढ़ तक जाती हैं। आज ऐसा केवल एक ही कक्ष है।