श्री रंगनायक मंदिर, आंध्र प्रदेश के नेल्लोर जिले में स्थित है। इस मंदिर में भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। भगवान रंगनाथ, भगवान विष्णु का ही रूप है। इस मंदिर को तालपागिरि रंगनाथस्वामी मंदिर के नाम या रंगनायकुलु के नाम से जाना जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस मंदिर का निर्माण 12 वीं सदी में करवाया गया था।
यह मंदिर पेन्ना नदी के किनारे पर स्थित है। इस स्थान के बारे में कई किंवदंतियां कही जाती है। लोककथाओं के अनुसार, ऋषि कश्यप ने यहीं आकर पाउद्रिंका यज्ञ करवाया था। इस यज्ञ से प्रसन्न होकर भगवान ने उन्हे वरदान दिया था। इस मंदिर की वास्तुकला काबिलेतारीफ है।
इसे पल्लव शैली में बनाया गया है। यहां की मुख्य विशेषता गालीगोपुरम है जिसे हवा टावर के नाम से भी जाना जाता है। इसकी ऊंचाई 70 फीट है। इसे कालीसम के नाम से भी जानते है। इस टॉवर के शीर्ष पर सोने से मढ़े सात कलश रखे गए है ताकि मंदिर की भव्यता को बढ़ाया जा सकें। श्री रंगनाथस्वामी मंदिर, नेल्लोर के सबसे महत्वपूर्ण स्थलों में से एक है। आप नेल्लोर से इस मंदिर तक आसानी से पहुंच सकते है।