दिल्ली के ईस्ट कैलाश में संत नगर में स्थित इस लोकप्रिय मंदिर का निर्माण 1998 में इंटरनेशनल सोसाइटी ऑफ़ कृष्ण कन्सियसनैस द्वारा किया गया जिसे इस्कॉन के नाम से जाना जाता है। यह लोकप्रिय मंत्र और कीर्तन करते हुए भक्तों की कतारों के कारण हरे राम हरे कृष्ण मंदिर के नाम से भी जाना जाता है।
आचार्य भक्ति वेदांत प्रभुपाद जिन्होंने मंदिर के निर्माण की पहल की, वे इस मंदिर के माध्यम से भगवत गीता का सन्देश फैलाना चाहते थे। आश्चर्य की बात है कि भगवानों के बारें में कम जानकारी होते हुए भी रूसी कलाकारों ने राम, सीता, कृष्ण और राधा की कहानियों को दर्शाते हुए दीवारों पर कलात्मक डिजाइन बनाने में जो महत्वपूर्ण योगदान दिया वह काबिले तारीफ है।
मंदिर का सेंट्रल हॉल मंदिर का मुख्य आकर्षण है जो कि भक्तों के द्वारा इस्तेमाल किया जाता है। यहाँ एक संग्रहालय भी है जिसमें राधा और कृष्ण की भव्य मूर्तियां हैं। मंदिर में रामायण और महाभारत के विभिन्न पहलुओं पर मल्टीमीडिया शो होते रहते हैं। इसके आलावा रोजाना सुबह और शाम आरती, कीर्तन और प्रवचन होते हैं।