चिलचिलाती गर्मी (मार्च और अप्रैल) और भारी बारिश (जून और जुलाई) को छोड़कर वर्ष के किसी भी समय पालक्कड़ की यात्रा की जा सकती है। मॉनसून के तुरन्त बाद का समय क्षेत्र के जलप्रपातों और अभ्यारण्यों की सैर के लिये आदर्श होता है। जो लोग कालपत्थी रथ महोत्सव के रंगारंग त्योहार का आनन्द लेना चाहते हैं उन्हे यहाँ नवम्बर में आना चाहिये। सितम्बर से फरवरी के मध्य का समय प्रत्येक प्रकार की बाहरी गतिविधियों और दर्शनीय स्थलों की यात्रा के लिये अनुकूल रहता है।
पालक्कड़ में गर्मियों का मौसम बेहद गर्म होता है। गर्मियाँ मार्च में शुरू होकर मई तक जारी रहती हैं। अप्रैल सबसे गर्म महीना होता है और गर्मियों में तापमान 32 डिग्री सेल्सियस से 38 डिग्री सेल्सियस तक रहता है। बेहद गर्म वातावरण दर्शनीय स्थलों की यात्रा के लिये अनुपयुक्त रहता है इसलिये गर्मियों में यहाँ आने की सलाह नहीं दी जाती है।
पालक्कड़ में दक्षिणी-पश्चिमी और उत्तर-पश्चिमी मॉनसून से पर्याप्त वर्षा होती है। यहाँ पर वर्षा पूरे चार महीने के लिये होती है जोकि जून में शुरू होकर सितम्बर के शुरूआत तक जारी रहती है। भारी बारिश पर्यटकों के बाहरी गतिविधियों में लिप्त होने में रुकावट हो सकती है इसलिये मॉनसून यहाँ आने के लिये अच्छा समय नहीं है।
पालक्कड़ में सर्दियाँ बहुत आरामदायक होती हैं इसलिय घूमने-फिरने और बाहरी गतिविधियों के लिये यह समय अनुकूल रहता है। सर्दियों का मौसम दिसम्बर से शुरू होकर फरवरी के अन्त तक चलता रहता है। यह मौसम क्षेत्र के पहाड़ी इलाकों की सैर और ट्रेकिंग करने के लिये उपयुक्त रहता है।