10वीं सदी में निर्मित नवलखा मन्दिर पाली शहर के सबसे पूज्य मन्दिरों में से एक है। इस मन्दिर को नवलखा जैन मन्दिर भी कहते हैं और यह जैन धर्म के 23वों तीर्थांकर पार्श्वनाथ को समर्पित है। अपने वास्तुकला के लिये प्रसिद्ध इस मन्दिर में कई शानदार शिलालेख हैं।