रिस मगोस चर्च, रिस मगोस किले से विन्यस्त है जो एक भव्य सफ़ेद बिल्डिंग है। यह चर्च मांडोवी नदी के किनारे स्थित है और एक सुंदर दृश्य प्रस्तुत करता है। रिस मगोस चर्च को बरदेज़ जिले का पहला चर्च माना जाता है। यह किला अगुआडा किले से 50 साल पहले बना था।
रिस मगोस चर्च का निर्माण 1555 में हुआ और यह चर्च सेंट जेरोम को समर्पित है। इस चर्च में प्रतिवर्ष 6 जनवरी को तीन बुद्धिमान व्यक्तियों या तीन बुद्धिमान राजाओं का उत्सव मनाया जाता है। संक्षेप में इसके प्रमुख फ्रांसीसी भिक्षु थे जो सुदूर पूर्व में अपने धर्म के प्रसार के लिये आए थे। कुछ इतिहासकार यह बताते हैं कि यह चर्च एक प्राचीन मंदिर पर बना है जिसके सबूत यहाँ की नक्काशियों और शिलालेखों में मिलते हैं जिसमें एक बैठे हुए शेर की मूर्ति शामिल है जो सामान्यतः हिंदू मंदिरों में पाई जाती है।
चर्च का बाह्य भाग जितना सफ़ेद है आंतरिक भाग उतने ही अधिक रंगों से सजाया हुआ है जिसमें इस प्रकार का चित्र दिखाया गया है जहाँ तीन बुद्धिमान व्यक्ति शिशु यीशु से मिलने जा रहे हैं और शिशु यीशु के साथ उनके माता पिता भी हैं। 6 जनवरी को होने वाले उत्सव के अलावा चर्च जाने वाले जोग एक जुलूस में भी सहभागी होते हैं जो पूरे गाँव से होकर गुज़रता है और इस प्रकार वे आनंद का सन्देश पहुंचाते हैं।
रिस मगोस किला पुर्तगालियों के लिये विशेष महत्व का है और पुर्तगालियों के शासन के समय इसका बहुत महत्व था क्योंकि उनके दो पूर्व वायसराय यहाँ आराम कर रहे हैं और उनके मकबरे आज भी यहाँ मौजूद हैं।
रिस मगोस चर्च तक पहुँचना आसान है क्योंकि यह इस क्षेत्र का प्रसिद्द स्थान है। पहली बार जाने वाले के लिये अगूंठे के नियम के अनुसार रिस मगोस उस् रास्ते पर स्थित है जो बागा और कलंगुट बीच(समुद्र तट) की ओर जाता है। बोर्ड का अनुसरण करते हुए समुद्र तट की ओर बढ़ें, आपको यह तय करना ही होगा। पणजी, वास्को और मडगांव से नियमित टैक्सी सेवा उपलब्ध है और यह उत्तरी गोवा के बहुत निकट है।