मन्जिनिक्कारा चर्च एक तीर्थ स्थल है। यह पतनमतिटटा से लगभग 4 किमी की दूरी पर स्थित मन्जिनिक्कारा में बनाया गया है। सन् 1931 में ऐन्थियॉड के पवित्र प्रधान मार इग्नेटियस इलियास-3 भारत आये थे। जब वे मन्जिनिक्कारा पहुँचे तो यहाँ की सुन्दरता से आश्चर्यचकित होकर उन्होने कहा कि यह स्थान बहुत ही आरामदायक है और हम यहाँ स्थाई रूप से रहना चाहते हैं।
13 फरवरी 1932 को इस पवित्र आत्मा का मन्जिनिक्कारा में स्वर्गवास हो गया। स्वर्गीय इग्नेटियस इलियास-3 की कब्र मन्जिनिक्कारा चर्च में संरक्षित है जिसके कारण चर्च महत्वपूर्ण हो गया। बाद में स्थान एक तीर्थ स्थल के रूप में विकसित हो गया। ओरमापेरून्नल फरवरी में आयोजित होने वाला यहाँ का वार्षिक पर्व है।