गुरुद्वारा हांडी साहिब दानापुर में स्थित है जो प्राचीन पटना शहर से लगभग 20कि.मी. पश्चिम की ओर है। पटना साहिब छोड़ने के बाद गुरु तेग बहादुर के परिवार ने यहाँ अपना पहला पड़ाव बनाया था। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार माई परधानी नामक एक बूढ़ी औरत ने उनको खिचड़ी से भरी हांडी परोसी थी जिसके परिणामस्वरूप यहाँ निर्मित तीर्थस्थल को ’हांडीवाली संगत’ नाम दिया गया जिसे अब गुरुद्वारा हांडी साहिब कहते हैं।