पिलानी का पंचवटी काफी संख्या में पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। इसका प्रबन्धन पिलानी के बिड़ला ट्रस्ट द्वारा होता है। रामायण के अनुसार राम अपने वनवास के दौरान पंचवटी में ही रुके थे। पिलानी का पंचवटी राम के जीवन के विभिन्न प्रसंगो को पुनर्जीवित कर देता है।
यह काफी बड़े हरे भरे क्षेत्र में फैला है जिसमें उपस्थित कई पेड़-पौधों और झाड़ियों के कारण यह जंगल जैसा प्रतीत होता है। इस क्षेत्र में हजारों घृतकुमारी के पौधे, कीचड़ भरे रास्ते और पगडण्डियाँ पाई जाती हैं।
सुन्दर हरियाली के मध्य में राम, लक्षमण, सीता, हनुमान और रामायण के अन्य पात्रों की आदमकद प्रतिमायें स्थित हैं। इन प्रतिमाओं के माध्यम से पवित्र रामायण की विभिन्न घटनाओं को कहने और पुनर्जीवित करने का प्रयास किया गया है। यह स्थान आपको प्राचीन एवं पौराणिक काल में ले जाता है और आप को ऐसा एहसास होता है कि आप उसी पंचवटी के जंगल में हैं जहाँ राम रहते थे। पिलानी आने वाले पर्यटकों को इस मजेदार अनुभव के लिये पंचवटी अवश्य आना चाहिये।