पूम्पुहर में सिय्योन चर्च आरंभ में बसने वाले कुछ डच लोगों द्वारा 1701 में बनवाया गया था। यह पूम्पुहर के प्रमुख आकर्षणों में से एक है। इसके बाद अंग्रेज़ों ने अपने शासनकाल के दौरान दो बार इसका पुर्ननिर्माण करवाया; पहले 1782 में और फिर 1784 में। यह चर्च पुनर्जागरण के दिनों में बनवाया गया था जो उस समय की वास्तुकला शैली की एक अनूठी झलक देता है। यह चर्च अनेक श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है जो तीर्थयात्रा के लिए पूम्पुहर आते हैं। पूम्पुहर आने पर यहाँ आने का सुझाव दिया जाता है।