यह स्थल उत्तर भारतीय और औपनिवेशिक स्थापत्य शैली का प्रदर्शन करता है जिसे लाला बूटा मल द्वारा बनवाया गया था। लाला बूटा मल, चुज्जार सूद कबीले के वशंज थे। यह सदियों पुरानी इमारत छ: मंजिला बनी हुई है।
इस निवास स्थान को लाला ने अपने 6 बेटों के लिए निर्मित करवाया था। इसमें एक आंगन भी है।
इमारत में चारों तरफ से पानी बहकर इस धंसे हुए आंगन में आ जाता है और पानी का ठहराव हो जाता है।