पुरी के जगन्नाथ मंदिर के बाद श्री लोकनाथ मंदिर दूसरा सबसे अधिक लोकप्रिय मंदिर है और विश्व प्रसिद्ध जगन्नाथ मंदिर से सिर्फ 3 किलोमीटर दूर है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और कहते हैं कि यह यहां के एक तलाब के नीचे था जहां भगवान शिव शनिदेव से छिपाकर बैठे थे।
लोगों का मानना है कि मंदिर के इस लिंगा को भगवान रामचंद्र द्वारा स्थापित किया गया है। पार्वती टंकी के निकट बहता प्राकृतिक झरना, यह सुनिश्चित करता है कि इस छोटे चौक आकार के कंटेनर में निहित लिंग में सदैव पानी रहे।
जो श्रद्धालु इसे देखने की इच्छा रखते हैं, वे इसे शिवरात्रि से एक रात पहले “पंकधर एकादशी” के दिन देख सकते हैं, जब सारा पानी बाहर निकाल दिया जाता है ताकि श्रद्धालु लिंग की पूजा कर सकें। माना जाता है कि भगवान लोकनाथ की दिव्य कृपा सारे दर्द तथा पीड़ाओं को दूर करती है और यहां विभिन्न घातक रोगों से पीड़ित लोग प्रार्थना से ठीक हुए हैं।