रायपुर के दक्षिण भाग में स्थित यह मठ भगवान राम को समर्पित है। राजा जैतसिंह द्वारा 17वीं शताब्दी में बनवाया गया यह मठ इस इलाके का लोकप्रिय आकर्षण है। यह महाराजबंध नदी के तट पर स्थित है। इस मठ के पास एक मंदिर भी बना हुआ है। इस मठ के नाम के पीछे एक दिलचस्प कहानी है।
इस जगह का नाम स्वामी बलभद्र दास के नाम पर रखा गया है जो भोजन के रूप् में केवल दूध लेते थे। पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए मंदिर में अनेक सुंदर मूर्तियाँ हैं। छत्तीसगढ़ आने पर इस मठ और मंदिर में ज़रूर आएं।