1200 ईस्वी में निर्मित यह किला रायसेन, मध्यप्रदेश का एक प्रमुख आकर्षण है। पहाड़ी की चोटी पर इस किले के निर्माण के बाद रायसेन को इसकी पहचान प्राप्त हुई। बलुआ पत्थर से बना हुआ यह किला प्राचीन वास्तुकला एवं गुणवत्ता का एक अद्भुत प्रमाण है जो इतनी शताब्दियाँ बीत जाने पर भी शान से खड़ा हुआ है।
विशाल पत्थरों से बनी हुई दीवारें नौ दरवाजों से बाहर खुलती हैं और इनके ऊपर तेरह बुर्ज़ हैं। आश्चर्यजनक बात यह यह है कि किले में 40 कुओं के साथ जल प्रबंधन एवं संरक्षण का एक उत्तम तंत्र है। किले के आसपास के क्षेत्र में भी कई प्राचीन गुफाएं एवं भित्ति चित्र हैं जो हमारे देश के प्राचीन इतिहास एवं संस्कृति के बारे में बताते हैं।