श्यामलंबा अम्मावारी देवस्थानम राजामुंद्री का एक और चर्चित मंदिर है। कहा जाता है कि पहले यहां देवी श्यामलांबी की प्रतिमा हुआ करती थी, जिसके स्थान पर अब सोमालम्मा अम्मावारु की प्रतिमा रखी गई है। देवी सोमालम्मा अम्मावारु पार्वती के नौ रूपों में से एक है।
चाकुल्य वंश के राजा इसी देवी की पूजा करते थे। खासकर राजा नरेन्द्र ने इस मंदिर को काफी सुरिक्षत रखा था। यह मंदिर जाने का सबसे अच्छा समय मार्च का होता है जब उगाड़ी त्योहार (तेलुगू नव वर्ष) का आयोजन किया जाता है। इसके अलावा सितंबर में मनाए जाने वाले नवरात्रुलु त्योहार और अक्टूबर में पड़ने वाले कनुमा सेवा उत्सव के दौरान भी इस मंदिर को घूमना अच्छा रहेगा।