गुरूद्वारा चट्टी पटशाही बंगला साहिब गुरूद्वारे को राजौरी का प्रमुख धार्मिक स्थल माना जाता है। यह स्थल गुरू हरगोविंद साहिब जी को समर्पित है। कहा जाता है कि 1616 ई. में इस जगह सिख धर्म के 6 वें गुरू, गुरू हरगोविंद साहिब जी ठहरे थे और तत्कालीन सम्राट जहांगीर से भेंट भी की थी, जिसके बाद सम्राट जहाँगीर ने इस जगह को गुरूद्वारा बनाने का निर्णय लिया। यह चार मंजिला इमारत है जिसमें 15 कमरे और एक पाठशाला है जिसमें 8 कमरे हैं।
सन् 1960 में एक इंजीनियर, सरदार तारा सिंह ने इस स्थल और स्मारक को अच्छे से डिजायन किया और इस धार्मिक स्थल को सुंदर बनाया। गुरूद्वारा चट्टी पटशाही बंगला साहिब में हर रविवार को भारी संख्या में श्रद्धालु आते हैं और दर्शन करते हैं। गुरू साहेब के जन्मदिन के अवसर यहां बहुत भीड़ रहती है। यहां श्री हरगोविंद सिंह गुरू का जन्मदिन त्यौहार की तरह मनाया जाता है। यहां आकर पर्यटकों को पास में ही स्थित श्री हरगोविंद साहिब जी इंस्टीट्यूट में भी भ्रमण करना चाहिए। यह शिक्षा का अच्छा केंद्र है।