रामलिंगविलासम महल, सेतुपाथी राजा के वंश से सम्बन्धित है और इसे किझावानसेतुपाथी के द्वारा बनवाया गया था जिन्होने 1674 से 1710 के बीच शासन किया, वह एक प्रसिद्ध राजा थे। महल के अंदर एक बड़ा सा हॉल है जहां राजा, प्रजा व अन्य लोगों से बातचीत किया करते थे और उनकी समस्याएं सुना करते थे। दरबार वाले इलाके के अलावा, यह पूरा महल बेहद राजसी है।
महल की दीवारों पर सेथुपाथी वंश के द्वारा कई भित्ति चित्रों को बनवाया गया है। इन्हे मराठा शैली में बनाया गया है। ऐतिहासिक महत्व के अलावा, इन भित्ति चित्रों का कला की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण स्थान है। ये जीवंत भित्ति चित्र कला और स्थापत्य का एक उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत करते है।