टेगोर हिल शहर से 4 किमी दूर एक पहाड़ की चोटी पर स्थित है। टैगोर हिल को मोहराबादी हिल के नाम से भी जाना जाता है और इसकी चोटी पर एक घर बना हुआ है। यह हिल करीब 300 फीट ऊंचा है। चूंकि इसका इतिहास टैगोर परिवार से जुड़ा है, इसलिए इसे टैगोर हिल्स के नाम से जाना जाता है।
ऐसा माना जाता है कि यहां बैठ कर रवीन्द्र नाथ टैगोर ने कई किताबें लिखी थीं। कहा जाता है कि यहां की नैसर्गिक सुंदरता और शांत व मनोरम वातावरण के कारण उन्हें यह स्थान काफी पसंद आया था।
इस हिल के ठीक नीचे दिव्य ज्ञान का केन्द्र और प्रसिद्ध रामकृष्ण मिशन आश्रम है। हिल क्लाइंबिंग और चोटी पर एकांत के कुछ पल बिताने के लिए यह एक बेहतरीन जगह है।