काली कमलीवाले पंचायती क्षेत्र ऋषिकेश के सबसे पुराने आश्रमों में से एक है जिसे श्री बाबा विशुद्धानन्द जी द्वारा स्थापित किया गया था। पूर्व में आश्रम की देखभाल बाबा और उनके चेलों द्वारा की जाती थी किन्तु वर्तमान में इसकी देखरेख ट्रस्ट द्वारा की जाती है। आश्रम का...
कुन्जापुरी देवी मन्दिर ऋषिकेश से 15 किमी की दूरी पर स्थित है। छोटी सी पहाड़ी पर स्थित यह मन्दिर शिवालिक पहाड़ियों की 13 सबसे महत्वपूर्ण देवियों में से एक को समर्पित है। यह मन्दिर सूर्योदय और सूर्यास्त का बहुत ही सुन्दर दृश्य प्रस्तुत करता है।
इस मन्दिर तक...
शिवपुरी एक छोटा सा गाँव है जो ऋषिकेश से 16 किमी की दूरी पर स्थित है। हिन्दू भगवान शिव को समर्पित कई मन्दिरों के कारण इस स्थान का नाम शिवपुरी पड़ा, जिसका अर्थ होता है भगवान शिव का घर। यह छोटा सा ग्रामीण क्षेत्र गंगा नदी के तट पर बसा है और रिवर राफ्टिंग गन्तव्य के...
राम झूला ऋषिकेश के एक प्रमुख लैंडमार्क के रूप में जाना जाता है। ये स्थान मुनि की रेती से 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहाँ गंगा नदी के ऊपर एक लोहे के पुल का निर्माण किया गया है। ये पुल लक्ष्मण झूला से भी बड़ा...
शिवानन्द आश्रम को स्वामी शिवानन्द के द्वारा सन् 1932 में स्थापित किया गया था जो एक प्रतिष्ठित आध्यात्मिक गुरू थे। आश्रम पवित्र गंगा नदी के किनारे स्थित है। महान हिमालय की तलहटी में स्थित यह मन्दिर क्षेत्र में आध्यात्म के बढ़ावा देता है। आश्रम शिवानन्द आयुर्वेदिक...
ऋषिकेश-बद्रीनाथ राजमार्ग पर 380 मीटर की ऊँचाई पर स्थित कौडियाला एक प्रमुख पर्यटक स्थल है। गंगा नदी के तट पर स्थित कौडियाला घने जंगलों से घिरा हुआ है। कौडियाला विभिन्न प्रकार के जंगली जानवरों का घर है जिन्हें पर्यटक अपनी यात्रा के दौरान देख सकते हैं। साहसिक...
खरीददारी एक लोकप्रिय गतिविधि है जिसका पर्यटक ऋषिकेश में आनन्द उठा सकते हैं। शहर में आये हुये पर्यटक रूद्राक्ष, विभिन्न हिन्दू देवी-देवताओं की मूर्तियाँ, नटराज की मूर्तियाँ और धार्मिक किताबें खरीद सकते हैं। सर्दियों के कपड़े, कुर्ते और कुशलता से बुने सलवार कमीज़ भी...
ऋषिकेश के पंकजा और मधुमती नदियों के संगम स्थल पर स्थित नीलकंठ महादेव मन्दिर एक प्रसिद्ध धार्मिक केन्द्र है। समुद्रतल से 1330 मीटर की ऊँचाई पर एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित होने के कारण यह तीर्थ विष्णुकूट, ब्रह्माकूट और मणिकूट पहाड़ियों का अद्भुत दृश्य प्रस्तुत करता...
ऋषिकुण्ड एक पवित्र तालाब है जो ऋषिकेश में त्रिवेणी घाट के पास स्थित है। ऐसा माना जाता है कि यमुना नदी की देवी ने सन्त कुब्ज की सज्जनता से प्रसन्न होकर इस तालाब को अपने पानी से भर दिया था। पर्यटक तालाब के पानी में भगवान राम और सीता को समर्पित प्राचीन रघुनाथ मन्दिर...
स्वर्ग आश्रम ऋषिकेश से 5 किमी की दूरी पर गंगा नदी के पूर्वी तट पर स्थित है। इस आश्रम को लोकप्रिय हिन्दू सन्त विशुद्धानन्द के सम्मान में बनवाया गया था जिन्हें काली कमली वाले बाबा के रूप में भी जाना जाता है। इस आश्रम के परिसर में ही स्टोर, पार्क, चाय-कॉफी की दुकान,...
भगवान विष्णु को समर्पित भारत मन्दिर एक प्राचीन मन्दिर है जिसे 12वीं शताब्दी में निर्मित किया गया था। प्रसिद्ध सन्त आदिगुरू शंकराचार्य द्वारा स्थापित यह मन्दिर गंगा नदी के तट पर स्थित है और क्षेत्र के सबसे पुराने मन्दिरों में से एक है। भगवान विष्णु की स्थापित...
स्वर्ग निवास मन्दिर एक विशाल नारंगी रंग का तेरह तल वाला मन्दिर है। यह मन्दिर प्रख्यात संस्था का है जो कि गुरू कैलाश आनन्द के नेतृत्व में कार्य करता है। वे शुरुआती योग शिक्षकों में से एक हैं जिन्होंने अमरीका में हठ योग की पहल की। इस तेरह मंजिला मन्दिर में हर तल पर...
ऋषिकेश आये पर्यटक माउन्टेन बाइकिंग जैसे लोकप्रिय गतिविधि का आनन्द ले सकते हैं। इस गतिविधि में रुचि रखने वाले लोग क्षेत्र के पर्यटन प्रबन्धन करने वाले लोगों से सम्पर्क कर सकते हैं जो आवश्यक सामग्री और प्रशिक्षण उपलब्ध करा सकते हैं। मोहनचट्टी ऋषिकेश के पास के...
ओंकारानन्द आश्रम को सन् 1967 में स्थापित किया गया था और यह मुनि की रेती के निकट स्थित है। पवित्र गंगा नदी के तट पर स्थित यह स्थल लक्षमण झूला और शिवानन्द नगर के निकट स्थित है। इसे प्रसिद्ध हिन्दू सन्त एच डी परमहन्स ओंकारानन्द सरस्वती द्वारा निर्मित किया गया था जो...
गीता भवन एक प्राचीन परिसर है जो गंगा नदी के तट पर स्थित है। रामायण और महाभारत से जुड़े सुन्दर भित्तचित्र इस जगह की सुन्दरता को और भी बढ़ा देते हैं। प्रतिवर्ष भारी संख्या में पर्यटक यहाँ पवित्र गंगा नदी में डुबकी लगाने के लिये आते हैं। गीता भवन में लगभग 1000 कमरे...