तीर्थयात्रियों के ठहरने के लिये 1000 कमरों के साथ परमार्थ निकेतन ऋषिकेश का सबसे बड़ा आश्रम है। ठहरने की सुविधाओं के अलावा परमार्थ निकेतन आयुर्वेदिक और संगीत द्वारा भी उपचार करता है। यह गंगा नदी के तट पर महान हिमालय के बीच स्थित है।
इस आश्रम को सन् 1942 में महान सन्त पूज्य स्वामी सुखदेवानन्दजी महाराज द्वारा स्थापित किया गया था। हर वर्ष जब यहाँ अन्तर्राष्ट्रीय योग समारोह का आयोजन किया जाता है तब भारी संख्या में पर्यटक यहाँ आते हैं।इस आश्रम में लोग बड़ी संख्या में योग, ध्यान और इसप्रकार की अन्य कलायें सीखने के लिये आते हैं। परिसर में एक स्कूल स्थित है जिसका प्रबन्धन आश्रम ही करता है।