धरकलंधा, संत दरियादास को समर्पित है। यह एक बहुत प्रसिद्ध मठ है। इस महान संत को उनके योगदान के लिए पूजा जाता है और उनकी गणना कसीर और दादू की श्रेणी में की जाती है। वे इस जिले के शायद पहले संत कवि हैं। उन्हें, इस स्थान पर लिखी गई कई धार्मिक किताबों के लिए याद किया...
सासाराम, देहरी के पश्चिम में लगभग 17 किमी दूर स्थित है। यह शहर लोगों को इसलिए आकर्षित करता है क्योंकि भारत की दूसरी सबसे ऊँची मज़ार, शेर शाह सूरी की मज़ार यहाँ पर स्थित है। यह मज़ार मुगलकाल की वास्तुकला शैली का एक उत्कृष्ट नमूना है। यह पठान वास्तुकला को प्रदर्शित...
देव मार्कण्डेय एक खूबसूरत गाँव है जिसे आप नज़रंदाज़ नहीं करना चाहेंगे क्योंकि यहाँ भगवान् विष्णु और सूर्यदेव के बहुत सुंदर मंदिर हैं। किसी भी समय आप यहाँ लोगों की भीड़ देख सकते हैं जो यहाँ पूजा और प्रार्थना करने आते हैं। अपने धार्मिक महत्व के कारण यह स्थान बड़ी...
यह गुरुद्वारा सासाराम में स्थित है। यह एक बहुत अलग स्थान है और सिख समुदाय द्वारा इस स्थान को पूजा जाता है। यहाँ के भाईचारे को देखने के लिए यहाँ अवश्य आना चाहिए, आखिर धर्म भी तो हमें यही सिखाता है।
तारा चंडी पहाड़ियाँ, चंदन शहीद पहाड़ियों से लगभग 1 किमी दूर स्थित हैं। यहाँ पर सबसे अधिक पूजी जाने वाली देवी ताराचंडी का मंदिर है। यहाँ चंडी देवी मंदिर के पास, एक चट्टान पर प्रताप धवल का एक शिलालेख भी है। हिंदू पूजा करने के लिए यहाँ बड़ी संख्या में आते हैं इसलिए...
शेरगढ़ किला, सासाराम से 10 किमी दूर चेनारी क्षेत्र में स्थित है। ऐसा कहा जाता है कि यह किला शेर शाह सूरी ने तब बनवाया था जब उन्होंने रोहतास पर जीत हासिल की थी। उन्होंने इसे अपने चाहने वाले हिंदुओं को समर्पित किया था। शेरगढ़ में किले के अलावा मकबरा, इमामबाड़ा और कई...
इन दोनों पर्यटक और धार्मिक स्थलों को एक सुंदर प्राकृतिक स्थान के रूप में विकसित किया जा सकता है। ये स्थल इस जिले के चेनारी खंड में स्थित हैं।
यहाँ देवी दुर्गा का एक प्रसिद्ध मंदिर है जिसे “यक्षिणी भगवती” कहा जाता है। यहाँ “शिराक भंखंडी महादेवन” भगवान् का एक प्राचीन मंदिर भी है यह बिक्रमगंज उप-विभाग में दिनारा खंड के पूर्व में सात किमी दूर स्थित है। लोग बड़ी संख्या में देवी दुर्गा...
अखोरीगोला, रोहतास जिले में स्थित है। यहाँ बुनाई उद्योग है जहाँ बहुत सुंदर कंबल बुने जाते हैं। आप अपने को कंबल खरीदने से रोक नहीं पायेंगे। यह स्थान मवेशियों के मेले के लिए भी जाना जाता है।
रोहतास जिले की तालुका में स्थित यह एक बहुत सुंदर गाँव है।
देहरी, सोन नदी के किनारे, 99 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। ब्रिटिश काल के दौरान देहरी एक मुख्य कैंपिंग स्थल था, जब सैनिक कोलकाता से दिल्ली जाते समय सोन नदी को पार करते थे। यही वो स्थान था जहाँ वे आराम करने के लिए रूकते थे और कैंपिंग को पराओ कहा जाता था।
देहरी...
रोहतासगढ़ किला कैमूर श्रेणी पर, देहरी के दक्षिण में लगभग 40 किमी दूर स्थित है और यह समुद्र तल से 1500 मीटर ऊँचा है। रोहतासगढ़ शहर की स्थापना रोहिताश्व ने की थी जो महान राजा हरिश्चन्द्र का बेटा था। रोहतासगढ़ किला भारत के कई प्राचीन किलों में से के है।
यह...
अकबरपुर एक बहुत सुंदर जगह है जहाँ मध्यकालीन इतिहास को जानने के लिए लोग खिंचे चले आते हैं। यह रोहतासगढ़ से पांच किमी दूर कैमूर पहाड़ियों की तराई में स्थित है। अकबरपुर को यह नाम महान मुग़ल शासक अकबर की याद में दिया गया है। यह पर्यटक स्थल रोहतास मुख्यालय के बहुत पास...