मेहाओ वन्यजीव अभयारण्य, हरियाली और विशाल पर्वत श्रृंखला के बीच स्थित है जहां आकर पर्यटक आनंदित हो जाते है। यह अभयारण्य वैज्ञानिकों, वनस्पति विज्ञानियों के लिए उपयोगी स्थल है जहां वह शोध कार्य भी कर सकते है। इस क्षेत्र में झीलें, वनस्पति और जीव भी है जो अभयारण्य को संपन्न बनाते है।
इस अभयारण्य में जंगल के चार प्रमुख भाग है : -
इस अभयारण्य में उष्णकटिबंधीय सदाबहार वन, उप उष्णकटिबंधीय और शीतोष्ण वन, शीतोष्ण विस्तृत पत्ता वन और शीतोष्ण शंकुवृक्ष वन पाएं जाते है। इन जंगलों में वनस्पतियों की दिलचस्प प्रजातियां पाई जाती है जो कई प्रकार के जीव - जन्तुओं, पक्षियों, कीटों और जानवरों के लिए आश्रय है। यह अभयारण्य पर्यटकों के बीच आकर्षण का मुख्य केंद्र है।
इस अभयारण्य में कुछ महत्वपूर्ण स्तनधारी प्रजातियां भी निवास करती है जैसे - बाघ, तेंदुआ, धूमिल तेंदुआ, फिशिंग बिल्ली, जंगली बिल्ली, चित्तीदार गंधमार्जार, जंगली कुत्ता, पीले पेट वाला नेवला, बरमस फेरेट बाडगर, आम नेवला, मलय ट्रीशु, सांभर, बार्किंग डीयर, भारतीय हाथी, आसामी मैक्यू, स्लो लोरिश, हिमालयन काला भालू, भारतीय साही, लाल पांडा, कस्तुरी हिरन, हिम तेंदुआ, गोरल और अन्य।
मेहाओ वन्यजीव अभयारण्य में कई प्रकार की चिडियां भी पाई जाती है जिनमें गूसैंडर, बड़े जलकाग, कॉटन टील, हिमालय पाइड किंगफिशर, ब्लू गले बारबेट, जापानी आफिन्च, रेड हेडेड लॉफिंग थ्रस्ट्र, ग्रेट पाइड हॉर्नबिल, ब्लैक नैप्पड ऑरिओल,ब्लू नैप्पड पिट्टा, लार्ज रेकैट - टेल्ड ड्रेन्गो, चित्तीदार पुंछ वाली ब्रेनबैबलर, हरी मैगपाई और कई अन्य चिडियां शामिल है।
इस अभयारण्य में विषैले और साधारण दोनों प्रकार के सांप पाएं जाते है जैसे - काला करैत, बांडेड क्राफ्ट, कोबरा नाजा नाजा, किंग कोबरा, पिट वाइपर, पायथन, द विप स्नैक, साधारण भारतीय काला सांप, हिमालयन कैट स्नैक, ग्रीन विप स्नैक, और अन्य प्रकार के सर्प।
ऊपर सूचीबद्ध प्रजातियों के अलावा, यहां के अभयारण्य में मछली और तितलियां भी बहुतायत में पाई जाती है।