नेशनल हाइवे 95 पर स्थित मोरिंडा या बागांवाला को ‘सिटी ऑफ आर्किड’ के नाम से भी जाना जाता है। एक समय यह जगह आर्किड से भरा हुआ था, पर लोगों ने घर बनाने लिए इन्हें नष्ट कर दिया। मोरिंडा का सबसे बड़ा आकर्षण गुरुद्वारा श्री कोतवाली साहिब है, जहां गुरू गोबिंद सिंह जी की मां माता गुजरी और उनके दो बेटे को फतेहगढ़ ले जाने से पहले कैद किया गया था। रूपनगर से 24 किमी दूर यह शहर प्रमुख हाइवे की मिलन स्थली पर बसा है। यहां के गुरुद्वारों का शांत परिवेश आपको जरूर पसंद आएगा।