नंगल एक सुनियोजित शहर है, जहां रहवासी क्षेत्र ब्लॉक में बंटे हुए हैं और इसमें तय संख्या में अपार्टमेंट भी बने हैं। शुरू में यह स्थान तीन गांवों यानी नंगल निक्कू, हंबेवाल और दोबेत्ता कॉलोनी का हिस्सा था। शिवालिक पर्वत श्रृंखला और ढेरों नदियां होने के कारण इस जगह का प्राकृतिक सौंदर्य देखते ही बनता है।
1955 में जब सतलुज नदी पर भाखड़ा-नंगल बांध का निर्माण किया गया, तो यह स्थान काफी चर्चित हो गया। बांध के कारण यहां एक झील बन गया है, जो इसका प्रमुख आकर्षण है। अन्य पर्यटन स्थलों में आप यहां जुलफा माता मंदिर, गुरुद्वारा विभोर साहिब और श्री बाबा उढो जी महाराज का ऐतिहासिक मंदिर घूम सकते हैं।
यहां कई धर्मशाला और लॉज होने के कारण आपको रहने की दिक्कत नहीं आएगी। रूपनगर शहर से नंगल सिर्फ 63 किमी दूर है और सड़क मार्ग के जरिए आसानी से पहुंचा जा सकता है।