समलेश्वरी मंदिर लगभग 16 वीं सदी में बनवाया गया एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण मंदिर है। यह श्री श्री समलेश्वरी देवी को समर्पित एक हिंदू मंदिर है। यहां देवी की पूजा की जाती है और उनके अनुयायी उन्हें प्यार से "मां" कहते हैं। संबलपुर में ही नहीं बल्कि ओडिशा और छत्तीसगढ़ में भी उत्साह के साथ देवी की पूजा की जाती है।
मां समलेश्वरी की मूर्ति उलटे रखे हुए ग्रेनाइट के पत्थर की बनी हुई है, जिनकी एक सूढ़ निकली हुई है, जो नीचे तक जाती है। पत्थर की यह मूर्ति मानव हाथों द्वारा निर्मित नहीं है और माना जाता है कि यह मूर्ति वैसी ही अवस्था में पायी गई थी, जैसी है। सोने के गहनों से देवी चेहरे और शरीर को सजाया गया है।
नवरात्रि और नौखई के त्यौहार बड़ी धूमधाम से मनाये जाते हैं। त्योहार का समय मंदिर की यात्रा करने के लिए सबसे अच्छा समय है, जब पूरा क्षेत्र चमक उठता है। नौखई महोत्सव के दौरान स्थानीय मार्शल आर्ट विशेषज्ञ श्रद्धालुओं एवं लोगों के समक्ष अपने कौशल का प्रदर्शन करते हैं।