शीशमहल को संगरूर के प्रमुख आकर्षणों में गिना जाता है। यह मुख्य शहर से 22 किमी की दूरी पर स्थित है। जैसा कि इसके नाम से पता चलता है कि इस महल में शीशे की सुंदर कलाकारी है, इसे ‘शीशे का महल’ के नाम से भी जाना जाता है। सुंदर उद्यान, छत, फव्वारे और एक कृत्रिम झील इस जगह को और खूबसूरत बनाते हैं। यह महल 1845 में महाराजा नरिंदर सिंह के द्वारा बनाया गया था और बाद में यह मलेरकोटला के नवाब का निवास स्थान था।
पर्यटक सुबह से शाम तक इस महल का दौरा कर सकते हैं वो भी बिना किसी प्रवेश शुल्क के। यात्री कैब या बस लेकर , शहर के मध्य से यहाँ तक 25 मिनट में पहुँच सकते हैं क्योंकि सड़कें बहुत अच्छी हैं।