सारन बिहार के अड़तीस जिलों में सबसे ज्यादा घूमा जाने वाला पर्यटक स्थान है। सारन एक बड़ा डिवीज़न है जिसका एक भाग छपरा भी है जहाँ सारन स्थित है। सारन मानव जीवन के असंख्य सामूहिक प्रभाव जैसे आध्यात्म, संस्कृति और लोककथाओं से ओतप्रोत है। सारन बिहार का सांस्कृतिक और पारम्परिक भाग है जो जीवन के हर भाग को खुशियों के साथ जीता है।
सारन और इसके आसपास के पर्यटक स्थल
सारन पर्यटन पर्यटकों के लिये एक विशाल मंच उपलब्ध कराता है जहाँ वे ऐतिहासिक, धार्मिक और पुरातत्वीय स्थलों को देख सकते हैं जिनमें आमी, गौतम स्थान, सिल्हौरी, धूर्त आश्रम, चिराण्ड और हसनपुरा शामिल हैं। सारन में मुख्यतः भगवान शिव तथा काली देवी के मन्दिर पाये जाते हैं।
सारन में घूमने लायकसबसे महत्वपूर्ण स्थान सोनपुर है जहाँ पर अन्तर्राष्ट्रीय तथा राष्ट्रीय स्तर के पशु मेलों का आयोजन होता है और जहाँ नवम्बर के महीने में दुनिया भर से यात्री आते हैं। सारन में यातायात तथा दूरसंचार की सर्वोत्तम सुविधायें उपलब्ध हैं। यहाँ के मेले और सांस्कृतिक कार्यक्रम सारन पर्यटन को महान बनाते हैं।
सारन आने का सर्वोत्तम समय
सारन आने का सबसे बढ़िया समय सुहावने मॉनसून वाला जून से अक्टूबर के बीच का है।
सारन कैसे पहुँचें
बिहार सरकार यह सुनिशिचित करती है कि पर्यटकों के साथ-साथ स्थानीय लोगों के लिये यातायात के सभी साधन आसानी से उपलब्ध हों।