राजस्थान के सरिस्का राष्ट्रीय बाघ अभ्यारण के अंदर स्थित पांडूपोल हनुमान मंदिर, सरिस्का में सबसे अधिक घूमे जाने वाले स्थानों में से एक है। पांडुपोल या पांडु गेट की मजबूत और संकीर्ण चट्टानों से एक मनमोहन बसंत उभरता है। किंवदंतियों के अनुसार,निर्वासन के दौरान पाण्डव...
भर्तहरि मंदिर राजस्थान में अलवर से 30 किमी की दूरी पर स्थित है और विश्व प्रसिद्ध सरिस्का राष्ट्रीय टाइगर रिजर्व के काफी करीब है। योगी भर्तहरि नाथ को समर्पित यह मंदिर देश भर से श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या को आकर्षित करता है। यह योगी भर्तहरि नाथ की समाधि पर स्थित है...
नीलकंठ महादेव (नीले गले वाले भगवान शिव), राजस्थान में सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान में स्थित एक मंदिर है। यह सरिस्का नेशनल टाइगर रिजर्व से 32 किमी की दूरी पर स्थित है। परिसर में 300 से अधिक मंदिरों के खंडहर मौजूद हैं जिनमें से कुछ में अभी भी भक्तों द्वारा उपासना की...
अलवर शहर से 6 किलोमीटर दूर स्थित जय समंद झील एक कृत्रिम झील है। महाराजा जय सिंह द्वारा वर्ष 1910 में बनवायी गयी यह झील एक लोकप्रिय स्थल है। यहाँ आगंतुक पानी से खेल सकते हैं और मछली पकड़ने का आनंद ले सकते हैं।
नालदेशवर तीर्थ, सरिस्का - अलवर राजस्थान में राजमार्ग से कुछ दूरी पर स्थित भगवान महादेव (शिव) को समर्पित है। 18 वीं सदी के इस मंदिर के चारों ओर घने जंगल हैं,और यहां का वातावरण बड़ा शांतिपूर्रण है। सुंदर हरियाली और मंदिर की उपस्थिति इस जगह पर्यटकों के लिए एक आकृषक...
राजस्थान में सरिस्का के पास प्रतापगढ़ शहर में स्थित प्रतापगढ़ का किला एक ऐतिहासिक स्थल है जो प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है। प्रतापगढ़ टाउन का भानगढ़ के इतिहास एवं इसकी किंवदंतियों के साथ एक गहरा नाता है। यह ऐतिहासिक किला एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित है और...
सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान में जंगल सफारी रोमांच और उत्साह से भरा है, क्योंकि पार्क में जंगली जानवर बड़ी संख्या में मौजूद हैं और यहां कुछ दुर्लभ वनस्पतियां और जीव पाये जाते हैं। ट्रेकिंग, लंबी पैदल यात्रा पैदल या जीप द्वारा जंगल सफारी, सरिस्का के अंदरूनी भागों की एक...
राजस्थान के अलवर जिले में स्थित भानगढ़ का किला एक मध्ययुगीन किला है । यह किला अम्बेर के महान मुगल सेनापति,मान सिंह के बेटे माधो सिंह द्वारा 1613 में बनवाया गया था। राजा माधो सिंह अकबर की सेना के जनरल थे। ये किला जितना शानदार है उतना ही विशाल भी है, वर्तमान...
महाराजा जय सिंह द्वारा वर्ष 1918 में बनावाया गया विजय मंदिर महल राजस्थान में अलवर से लगभग 10 किमी की दूरी पर स्थित है तथा शाही निवास था। यह स्थापत्य कला सौंदर्य के लिए जाना जाता है। इस महल में 106 भव्य कमरे और बाहर एक खूबसूरत उद्यान है। विजय सागर झील के किनारे...
राजस्थान के सरिस्का राष्ट्रीय बाघ अभ्यारण में स्थित सरिस्का पैलेस 1902 में बनावाया गया था और अलवर के महाराजा के शिकार स्थल के रूप में प्रयुक्त होता था। महल जो एक मिश्रित स्थापत्य शैली को दर्शाता है, अब एक विलासितापुर्ण होटल में बदल दिया गया है।
राजस्थान में सरिस्का राष्ट्रीय रिजर्व के अंदर स्थित कनकवाडी किले का ऐतिहासिक महत्व बहुत है । इस किले में, हालांकि यह अब खंडहर है, औरंगजेब नें कभी अपने बड़े भाई दारा शिकोह को कैद में रखा था। पहाड़ी की चोटी पर स्थित होने के कारण यह किला, टाइगर रिजर्व के आसपास के...
7 वर्ग किमी क्षेत्र में फैली सिलीसेड़ झील, राजस्थान के पूर्वोत्तर भाग में अलवर जिले में स्थित एक सुंदर झील है। यह झील महाराजा विनय सिंह नें वर्ष 1845 में अलवर शहर में पानी लाने के लिए बनावाई थी
महाराजा विनय सिंह द्धारा अपनी रानी शिला के लिए बनावाया हुआ एक...
कालीघाटी, राजस्थान के सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान के अंदर है। इसका नाम कालीघाटी गांव के नाम पर पड़ा है, जो पार्क के निकट स्थित है। कालीघाटी के आसपास का क्षेत्र बाघ और तेंदुओं को देखने के लिए प्रसिद्ध है।
राजस्थान के अलवर जिले में स्थित अजबगढ़ का किला घुमने लायक है यह भानगढ़ और प्रतापगढ़ किले के बीच स्थित है और सरिस्का के काफी करीब है। यह किला भानगढ़ किले तथा शहर के इतिहास और पौराणिक कथाओं के साथ जुड़ा हुआ है।
यह किला, माधो सिंह के पुत्र अजब सिंह राजावत...
दिल्ली - अलवर - जयपुर सड़क मार्ग पर स्थित सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान, जो सरिस्का टाइगर रिजर्व भी है,राजस्थान के अलवर जिले में स्थित है। यह स्थान जो कभी अलवर राज्य में एक शिकारगाह थी,1955 में वन्यजीव अभयारण्य घोषित हुआ तथा 1979 में इसे एक राष्ट्रीय पार्क का दर्जा...