इस जलाशय का निर्माण १९३३ में अर्कावती नदी के ऊपर, भारत रत्ना से सम्मानित सर एम्.विश्वेश्वराय की निगरानी में किया गया था। अगर समय मिले तो इस जलाशय को जरुर देखे। अर्कावती नदी के ऊपर बने इस बांध का उपदेश बेंगलौर के आस पास के क्षेत्रों को सिंचाई के लिए पानी प्रधान करना था।
अब यह जलाशय बेंगलौर वाटर स्पलाई और सीवेज बोर्ड के अंतर्गत है। इसे चामराज सागर या टी.जी हली बांध के नाम से भी जाना जाता है।
यह बर्ड वोचिंग और पिकनिक के लिये उत्तम स्थान है। पर्यटक यहाँ सितम्बर से फ़रवरी के बीच जा सकते हैं।