पुर्तगाली जब सिलवासा में आकर बसे, जो कि वर्तमान मेंदादरा और नागर हवेली की राजधानी है, जो उन्होने अपनी अनूठी स्थापत्य कला के कुछ खास नमूने बनवाएं, जिनमें से यह चर्च एक है। यहां स्थित इस रोमन कैथोलिक चर्च को चर्च ऑफ अवर लेडी ऑफ पाईटी के नाम से भी जाना...
इसे द्वीप गार्डन दादरा के नाम से भी जाना जाता है, दादरा पार्क एक शानदार हरा - भरा उद्यान है जोदादरा और नागर हवेली संघ राज्य क्षेत्र के प्रवेश बिंदू पर इसकी राजधानी सिलवासा से पांच किमी. की दूरी पर स्थित है। इस शानदार पार्क में एक सुरम्य झील है...
खानवेल, सुंदर शहर, सिलवासा के दक्षिण में 20 किमी. की दूरी पर स्थित है। इस स्थल की सैर पर्यटकों को इलाके की शानदार सुंदरता से मंत्रमुग्ध कर सकती है। इस स्थल पर विस्तृत और चिकनी सड़कें, विशाल आलीशान पेड़, हरी - भरी पहाडि़यां जहां आदिवासियों के...
सतमालिया डीयर पार्क, सिलवासा क्षेत्र से बाहर खानवेल - सिलवासा मार्ग पर दापदा पर स्थित है। जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है कि इस पार्क में हिरन की कई प्रजातियां होगी। यहां काले हिरण, चिंकारा, चित्तीदार हिरण, सांभर, नील गाय, चार सींग वाले मृग और अन्य...
काउन्चा, एक ठेठ आदिवासी गांव है जो सिलवासा के दक्षिण में 40 किमी. की दूरी पर नदी दमनगंगा पर बने मधुवन बांध के तट पर स्थित है। यह हरी - भरी घाटियों, घने जंगलों और पश्चिमी घाट के शानदार पर्वतों की श्रृंखलाओं से घिरा हुआ है। इस गांव के वह लोग जो प्राचीन...
मधुवन बांध, नदी दामिनी गंगा के बहाव पर लगभग 40 किमी. की दूरी पर स्थित है। इसे गुजरात सरकार और दादरा और नगर हवेली संघ राज्य क्षेत्रों के द्वारा संयुक्त रूप से बनवाया गया है। बांध का निर्माण, दुधानी के वॉटर बॉडीज की संख्या में सिलवासा से 40 किमी. की...
वासोना लॉयन सफारी, इस क्षेत्र के प्रमुख पर्यटक आकर्षणों में से एक माना जाता है जो दादर और नागर हवेली की राजधानी सिलवासा से लगभग 10 किमी. की दूरी पर स्थित है। यह सफारी, वन्यजीव अभयारण्य के 92 हेक्टेयर के कुल क्षेत्र में से 25 हेक्टेयर के क्षेत्र...
यह स्थल खानवेल से 20 किमी. की दूरी पर और सिलवासा से 40 किमी. की दूरी पर स्थित है। दुधनी, नदी दमनगंगा का विस्तृत वॉटरफ्रंट है। यह शानदार पानी का स्पोर्ट कॉम्पेलेक्स पश्चिमी घाट के सुंदर तलहटी से घिरा हुआ है। यहां के पर्यटन विभाग के...
सिलवासा, पुर्तगाली शब्द सिल्वा का रूप है, लुहारी यहां का एक शानदार और सुंदर क्षेत्र है। यह लाजबाव पर्यटन स्थल, राजधानी सिलवासा से लगभग 14 किमी. की दूरी पर स्थित है।
अगर आप अपनी व्यस्त जीवनशैली से ऊब चुके हैं और प्रकृति के...
आदिवासी सांस्कृतिक संग्रहालय, इस क्षेत्र के आदिवासी लोगों की संस्कृति, सभ्यता, परम्परा, समाज, जीवन के प्राचीन गौरव, समृद्ध विरासत को चित्रित करती है और इसी को समर्पित है। यह संग्रहालय, शहर के केंद्र में स्थित है और इसका प्रवेश द्वार...
इस मंदिर के नाम से ही स्पष्ट हो जाता है कि यह एक हिंदू धर्म का आस्था स्थल है जो कि उत्तर भारत के वृंदावन मंदिर के जैसा सुनने में लगता है। वृंदावन मंदिर को तडकेश्वरा मंदिर के नाम से भी जाना जाता है जो इस क्षेत्र के स्थानीय...
वनगंगा झील, दादरा और नागर हवेली के प्रवेश द्वार के निकट, सिलवासा से मात्र 5 किमी. की दूरी पर स्थित है। दादरा पार्क के साथ इस झील को भी क्षेत्र में अत्यधिक मनोरंजन का साधन माना जाता है। यह ऊंचे पेडों से घिरा हुआ है और यहां आकर पर्यटक पैडल नाव, देहाती शैली में...