सोलापुर शहर से 100 किमी. की दूरी पर मोहम्मद आदिल शाह की समाधि बनी हुई है जिसे गोल गुम्बद के नाम से जाना जाता है। इस गुम्बद के अन्दर एक फुसफुसा गैलरी बनी हुई है जिसमें हर तरफ से आवाज सुनाई देती है। यह गुम्बद पूरी दुनिया में सबसे शानदार है जहां डेक्कन वास्तुकला से नक्काशीबनी हुई है।
गोल गुम्बद का शब्दिक अर्थ होता है रोज गुम्बद। यह कब्र 18,000 वर्ग फुट के विशाल क्षेत्र में फैली हुई है। इस कब्र की संरचना सादगी से भरीहै जहां पहुंच कर आखें अचंभित रह जाती है।