सोनमर्ग जम्मू और कश्मीर राज्य में स्थित एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है जो समुद्र सतह से 2740 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। बर्फ से आच्छादित पहाड़ों से घिरा हुआ सोनमर्ग शहर जोजी-ला दर्रे के पहले स्थित है। सोनमर्ग का शाब्दिक अर्थ है “सोने के मैदान”। इस स्थान का नाम इस तथ्य के आधार पर पड़ा कि वसंत ऋतु में यह सुंदर फूलों से ढँक जाता है जो सुनहरा दिखता है।
पहाड़ों की ऊँची चोटियों पर जब सूर्य की किरणें पड़ती हैं तो वे भी सुनहरी दिखती हैं। सोनमर्ग उन यात्रियों के लिए उचित गंतव्य है जो साहसिक गतिविधियों जैसे ट्रेकिंग या पैदल लंबी यात्रा में रूचि रखते हैं। सभी महत्वपूर्ण ट्रेकिंग के रास्ते सोनमर्ग से ही प्रारंभ होते हैं जो इसे ट्रेकिंग के लिए लोकप्रिय स्थान बनाते हैं। यह स्थान अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है जिसमें झीलें, दर्रे और पर्वत शामिल हैं। सोनमर्ग अमरनाथ जाने वाले तीर्थयात्रियों के लिए प्रारंभ बिंदु की तरह है।
झीलें, नदियाँ और घाटियाँ
विभिन्न झीलों जैसे गद्सर, कृष्णासर और गंगाबल की उपस्थिति इस स्थान की सुंदरता को बढ़ाती है, जो कि लोकप्रिय पर्यटन स्थल भी हैं। गद्सर झील सोनमर्ग से 15 किमी. की दूरी पर स्थित है और बर्फ से ढंके हुए सुंदर पहाड़ों और अल्पाइन फूलों से घिरी हुई है। ठंड के दौरान पर्यटक जमी हुई सत्सर झील और बाल्टन झील के दृश्य का आनंद उठा सकते हैं जो इस झील के पास स्थित है। कृष्णासर झील इस स्थान की अन्य लोकप्रिय झील और पर्यटन का आकर्षण है। यह समुद्र सतह से 3801 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है और निचिंई पास (दर्रे) से यहाँ पहुँचा जा सकता है और पर्यटक इस क्षेत्र में ट्राउट मछली पकड़ने का आनंद उठा सकते हैं। पर्यटक सोनमर्ग से पैदल चलते हुए भी सत्सर झील तक पहुँच सकते हैं जो समुद्र सतह से 3600 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है।
ऊंचे पेड़ और अल्पाइन फूल इस झील की सुंदरता को बढ़ाते हैं। इन झीलों के अलावा थजिवास ग्लेशियर एक अन्य पर्यटन स्थल है जो सोनमर्ग ग्लेशियर की तलहटी में स्थित है। यह श्रेणी देवदार के घने जंगलों से ढँकी हुई है जो इसे कैम्प के लिए एक आदर्श स्थान बनाते हैं। यह ग्लेशियर पूरे वर्ष बर्फ से ढंका रहता है। सोनमर्ग का एक अन्य प्रसिद्द स्थान निलाग्रद है जो एक पहाड़ी नदी है जो घाटी से होकर बहती है। यह नदी आगे जाकर बाल्टिक बस्ती में सिंधु नदी से मिल जाती है।
इस नदी का पानी लाल रंग का है और इस पानी में औषधीय और चिकित्सीय गुण हैं। इसके अलावा पर्यटक सत्सरन दर्रा भी देख सकते हैं जिसे सामान्य रूप से सत्सरन गली दर्रे के नाम से जाना जाता है जो 3680 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। सत्सरन पास (दर्रा) ट्रेकिंग का बेस (प्रारंभ स्थान) है जिसका भ्रमण जून और अक्टूबर के महीनों के बीच में ही किया जा सकता है। जोजी-ला-पास, निचिंई पास, कृष्णासर पास, बालतल और विशंसर झील सोनमर्ग में स्थित अन्य पर्यटन स्थल हैं।
सोनमर्ग पहुँचना पर्यटन के लोकप्रिय साधनों द्वारा पर्यटक इस स्थान तक पहुँच सकते हैं। श्रीनगर हवाई अड्डा जिसे शेख उल् आलम हवाई अड्डा भी कहा जाता है, सोनमर्ग का निकटतम हवाई अड्डा है। सोनमर्ग से 70 किमी. की दूरी पर स्थित यह हवाई अड्डा प्रमुख भारतीय शहरों जैसे नई दिल्ली, मुंबई और चंडीगढ़ से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। सोनमर्ग का निकटतम रेलवे स्टेशन श्रीनगर रेलवे स्टेशन है जो शहर के केंद्र से 70 किमी. की दूरी पर स्थित है। हालांकि यह रेलवे स्टेशन अभी निर्माणाधीन है अत: जम्मू तवी रेलवे स्टेशन इस गंतव्य का निकटतम रेलवे स्टेशन है। जम्मू और श्रीनगर से सोनमर्ग के लिए नियमित बसें उपलब्ध हैं।
राज्य की बसों के अलावा पर्यटक जम्मू और कश्मीर से विशेष लक्ज़री बस का विकल्प भी चुन सकते हैं। सोनमर्ग का मौसम पूरे वर्ष ठंडा और खुशनुमा रहता है और ठंड के दौरान तापमान शून्य डिग्री से भी नीचे जाता है।
कब सैर करें? इस स्थान की सैर के लिए उत्तम समय मई से नवंबर के बीच और नवंबर से अप्रैल के बीच होता है। मई से अक्टूबर के बीच का समय दर्शनीय स्थलों की यात्रा के लिए उत्तम होता है। नवंबर से अप्रैल के बीच पर्यटक बर्फ़बारी का आनंद उठा सकते हैं।