पर्यटक तपोवन भी जा सकते हैं, यह वो जगह है जहां पर श्री वादिराजा स्वामी जब सोंडा आते थे तो यहां ध्यान करते थे। यह स्थान वादिराजा मठ से 5 किलोमीटर दूर शालमाला नदी के तट पर स्थित है। माना जाता है कि यह स्थान ध्यान के लिये उपयुक्त जगह है, तपोवन में कई स्मृतिचिन्ह हैं, जो इस बात के साक्ष्य हैं कि श्री वादिराजा स्वामी यहां पर आये थे और भगवान हयाग्रीवा की पूजा की थी।