पर्यटकों को श्रवणबेलगोलामें चन्दनगिरी की चोटी पर स्थित चंदनगिरी मंदिर घूमने की सलाह रहती है। आचार्य नेमिचन्द्र सिद्धान्त-चक्रवर्ती के के शिष्य चामुंडराय द्वारा बनवाया गया यह मंदिर सबसे ज्यादा प्रसिद्द जैन मंदिरों में से है। यह स्थान, जोकि इरूव ब्रह्देव मंदिर के नाम से भी जाना जाता है, चन्दनगिरी में स्थित 20 जैन स्थलों में से एक है।
भक्तों को इस स्थान पर 10वीं सदी के लेख देखने को मिलते हैं। इन लेखों की सहायता से, विद्धानों को कन्नड़ भाषा व संस्कृति के इतिहास को जानने-समझने में मदद मिली। चन्दनगिरी मंदिर देश की सांस्कृतिक व ऐतिहासिक वास्तुकला एवं मूर्तिकला का सबसे अच्छा उदाहरण हैं।
चंदनगिरी मंदिर के निर्माण में अच्छी गुणवत्ता वाले ग्रेनाइट पत्थरों का इस्तेमाल किया गया है। इस स्थान पर पहुंचकर, यात्रियों को आस-पास के खूबसूरत दृश्यों को भी निहारने का अवसर मिलता है।