1784 में बना दरिया दौलत बाग टीपू सुल्तान के ‘ग्रीष्म महल‘ के नाम से प्रसिद्ध है।हैदर अली ने इस इमारत का निर्माण शुरु करवाया जिसे उसके बेटे टीपू सुल्तान ने पूरा करवाया। इस क्षेत्र के ‘अवश्य देखें‘ स्थलों में शुमार इस महल को 1959 में ‘राष्ट्रीय स्मारक‘ का दर्जा प्रदान किया गया। श्रीरंगापट्नम से गुज़रने वाले सभी यात्रियों को यह जगह ज़रूर देखनी चाहिए।
दरिया दौलत बाग खूबसूरत भित्तिचित्रों व अलंकारों के साथ भारत-अरबी वास्तुकला शैली को दर्शता है। इसकी पहली मंजि़ल पर टीपू सुल्तान की विभिन्न प्रकार की चित्रकलाएँ, ब्लाक प्रिंट, रेखाचित्र और वस्त्र हैं तथा इसी के साथ अंग्रेज़ों के विरुद्ध उनकी सैन्य गतिविधियों को दर्शते भित्तिचित्र निचली मंजि़ल पर देखे जा सकते हैं।