कोलोचल, मालाबार तट पर स्थित एक नगरपालिका है तथा कन्याकुमारी से लगभग 20 किमी है। यह बड़ी दयनीय स्थिति है, कि ज्यादातर लोग कोलोचल के बारे में जानकारी नहीं रखते, जबकि यह कोलोचल की प्रसिद्द लड़ाई का गवाह रहा है।
यह लड़ाई 1741 में कोलोचल की भूमि पर ही लड़ी गई, जिसका उल्लेख भारत के इतिहास में भी है, कि कोई एक ऐसा भारतीय राज्य भी है जिसने कभी एक यूरोपीय देश की नौसेनिक शक्ति को पटखनी दे दी। दरअसल, एक डच बेड़ा कोलोचल के नजदीक लूटपाट के इरादे से उतरा था।
त्रावणकोर के शासक, मारठांडा वर्मा नें डच बलों को इतनी बुरी तरह हराया, कि वे भारत के किसी अन्य हिस्से को कभी अपना उपनिवेश न बना सका। इस लड़ाई में एक छोटे से राज्य की सेना की यह जीत बहुत बड़ी थी। अनेंकों डच सैनिकों को भी पकड़ा गया। पकड़े गये इन सैनिकों में एडमिरल डी लेनाय भी था, जो बाद में मारठांडा वर्मी की सेना में वरिष्ठ एडमिरल बन गया और 20 साल तक राजा की सेवा की।