छत्तीसगढ़ का वर्णन महाभारत और रामायण जैसे प्राचीन ग्रंथों में दक्षिण कौशल के रूप में देखने को मिलता है। समय - समय पर यहां कई शासकों ने शासन किए और पूरे राज्य में कई मंदिरों का निर्माण करवाया। सरगुजा एक ऐसा स्थान है जहां कई मंदिर स्थित है। सरगुजा में दीपादीह, जिला मुख्यालय अम्बिकापुर से 70 किमी. की दूरी पर स्थित है। यह समरी तहसील में स्थित है और कुटच्चा सड़क से जुड़ा हुआ है।
यहां एक शिव मंदिर है जो चार अन्य मंदिरों से घिरा हुआ है। भगवान विष्णु, भगवान कार्तिकेय, भगवान गणेश और देवी महादुर्गा के मंदिर भी आसपास ही स्थित है। तीनों भगवानों को भगवान शिव का रूप ही समझा जाता है। वे उनकी रक्षा और सेवा करते है।
यहां कई खंडहर मंदिर भी स्थित है और कई टैंक भी बने हुए है जो द्रविड़ सम्राट पर प्रकाश डालते है। यहां एक बड़ा से पत्थर की संरचना है जो राजा सामनी सिंह के शासन की मानी जाती है। महिषामर्दिनी की कलात्मक संरचना भी इस स्थल पर बनी हुई है जो खंडहर मंदिर की हिस्सा है। इस मंदिर में विभिन्न प्रतीकों के साथ - साथ विभिन्न देवी - देवताओं की मूर्तियां भी स्तंभों पर उत्कीर्ण हैं। स्थल के पूर्व में एक नंदी की विशाल मूर्ति खुदाई में मिली थी। खुदाई के दौरान भूमारा कला के कई पत्थर भी मिले थे।