कुदारगढ़, सरगुजा के प्रमुख स्थलों में से एक है। यह स्थल, अम्बिकापुर से 98 किमी. दूरी पर स्थित है जो सड़क मार्ग से भली - भांति जुड़ा हुआ है। अप्रैल माह में, चैत्र के दौरान, यहां नवरात्र को धूमधाम से मनाया जाता है। यह समय इस स्थल की सैर का सबसे उपयुक्त होता है। देवी कुदारगढ़ की मूर्ति यहां स्थापित है और उनकी पूजा ही की जाती है।
यहां माना जाता है कि आप ईश्वर और देवी से जो भी मांगे वो मिलता जरूर है। इस तीर्थस्थल में एक 6 इंच का छेद है जहां हजारों बकरों की बलि देने के बाद भी वह भरता नहीं है। देश के कोने - कोने से लोग यहां दर्शन करने आते है। इस मंदिर को मा बाघेश्वरी देवी मंदिर भी कहा जाता है। यह मंदिर एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित है। कहा जाता है कि इस मंदिर को 17 वीं सदी में कोरिया के शासक राजा बालांद द्वारा बनवाया गया था।