सिवरामापुरम अग्रहारम तिरुमाननचेरी मन्दिर के निकट स्थित एक गाँव है। अग्रहारम ब्राह्मणों का एक खास गाँव है जिसका मानचित्र अन्य गाँवों से अलग है। अग्रहारम में घरों की चहारदीवारियाँ अलग नहीं करतीं हैं। सभी घर एक दूसरे से इस प्रकार सट कर बने हैं कि एक घर की दीवार बगल के घर की दीवार का भी काम करती है।
सिवापुरम अग्रहारम भी ऐसा ही है। यह तमिल वास्तुकला शैली का उदाहरण है जहाँ पर घर उत्तर दक्षिण दिशा में एक दूसरे से सटे हुये बने हैं और एक सिरे पर भगवान विष्णु का और दूसरे सिरे पर भगवान शिव का मन्दिर स्थित रहते हैं। अग्रहारम का अर्थ होता है भगवान को समर्पित माला।
यही कारण है कि गाँव को एक माला के रूप में बनाया जाता है जिसमें भगवान का आध्यात्मिक शरीर समाहित रहता है। प्राचीन समय से तमिलनाडु में प्रचलित इस ग्रामीण वास्तुकला की जटिलता को समझने के लिये सिवरामापुरम अग्रहारम की यात्रा की सलाह दी जाती है।