ओप्पिलियप्पन मंदिर तिरुनागेश्वरम से आधा किलोमीटर दूर स्थित है और लगभग 7 किलोमीटर कुंभकोणम शहर से। यह मंदिर पेरूमल के एक सौ आठ दिव्यदेसों में से एक है और भूमादेवी का जन्मस्थान (अवतार स्थल) भी है। मंदिर में मुख्य देवता पेरूमल (भगवान विष्णु) हैं, जिन्हें यहां ओप्पिलियप्पा के रूप में पूजा जाता है और उनकी पत्नी भूमादेवी हैं।
यह मंदिर लगभग 2000 साल पुराना है। नागनाथास्वामी मंदिर भी है इस मंदिर के पास स्थित है। इस मंदिर में प्रसाद बिना नमक के पकाया जाता है और कहा जाता है कि अगर कोई व्यक्ति यहां नमक वाला प्रसाद ले आये तो उसे पाप पड़ता है। कहा जाता है कि इस मंदिर में जो भी व्यक्ति मां भूमादेवी और भगवान पेरूमल का पूजन करता/करती है, उसका जीवनसाथी से झगड़ा नहीं होता और जीवन में प्यार बना रहता है।
ओप्पिलियप्पन मंदिर में मुख्य त्योहार ब्रह्मोत्सव मनाया जाता है, जो आइपासी (अक्टूबर से नवंबर), पुरत्तासी (सितंबर से अक्टूबर) और पंगुनी (मार्च से अप्रैल) में मनाया जाता है।