देश भर के सीरियाई ईसाईयों के पूजा करने की एक प्रसिद्ध जगह पलियक्करा चर्च, हिंदुओं के श्री वल्लभ मंदिर के पास ही स्थित है। पलियक्करा चर्च का इतिहास 54 ईसवी का है जब सेंट थॉमस केरेल आए थे। इसकी वास्तुकला की विशिष्टता और मूर्तियों की सुंदरता होश उड़ा देने वाली है, विशेष रूप से पूर्वी दीवार पर उकेरे गये चित्र मुख्य आकर्षण हैं।
धर्म के प्रसार और स्थापना और विभिन्न सामाजिक आंदोलनों की कई कहानियां इस चर्च की नक्काशीदार जालीदार दीवारों में स्थापित हैं। दिलचस्प बात यह है कि यहां के मनाए जाने वाले कई उत्सव श्री वल्लभ मंदिर के उत्सवों के समान हैं, इस से आप यहां हिंदू और ईसाई धर्म की संस्कृतियों का संगम देख और महसूस कर सकते हैं।
उदाहरण के लिए, अप्रैल और मई के महीने में चर्च में मनाया जाने वाला दस दिन का उत्सव मंदिर में मनाए जाने वाले त्योहार के समान है।